MSP for Sunflower Seeds : Haryana Government Agreed to the Demands of the Farmers-अब सरकार करेगी भरपाई सूरजमुखी की 6400 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से ।
हरियाणा प्रदेश सरकार जीटी रोड पर धरना दे रहे किसानों की मांग से सहमत हो गई है ।सरकार मांगों के अनुसार सूर्यमुखी फसल की 6400 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से भरपाई करेगी । मांगे पूरी होने के 31 घंटे बाद जीटी रोड से हटे प्रदर्शनकारी किसान ।
इसके साथ ही आंदोलन के दौरान गिरफ्तार हुए किसानों को भी रिहा करेगी सरकार और जिन किसानों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं उनके मुकदमे वापस लेगी । किसानों की मांगें पूरी होने के बाद मंगलवार रात 9:00 बजे किसानों ने पिपली में जीटी रोड से 31 घंटे बाद यह धरना खत्म कर दिया है । आपको बता दें कि इस जीटी रोड से रोजाना लगभग 35000 वाहन गुजरते हैं । सोमवार दोपहर 2:00 बजे से किसानों के जाम लगने के कारण वाहन चालकों के लिए रूट डायवर्ट किए गए थे । किसानों के साथ चली लंबी वार्तालाप के बाद जब उपायुक्त ने सरकार का संदेश किसानों को सुनाया तो धरने पर बैठे किसान खुशी से वहां झूमने लगे ।

बुधवार शाम तक भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह को रिहा करने पर भी सरकार सहमत हो गई है । अधिकारियों द्वारा सरकार की तरफ से इस घोषणा के बाद किसानों ने आतिशबाजी कर अपनी खुशी जाहिर की है । अब जीटी रोड खाली कर दिया गया है भारतीय किसान यूनियन प्रदेशाध्यक्ष कर्म सिंह मथाना ने बताया कि सरकार ने ₹5000 प्रति क्विंटल में सूरजमुखी की खरीद करनी शुरू कर दी है । इसके साथ-साथ ही भावांतर भरपाई के तहत ₹1000 प्रति क्विंटल किसान के खाते में पहले ही भेज दिए गए हैं ।
अब बकाया ₹400 का अंतर भी सरकार के कमर्शियल भाव में भरपाई करने की बात कही है इसके साथ ही 6 जून को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी सहित गिरफ्तार किए अन्य 8 किसानों को भी बुधवार को सुबह रिहा कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि पहले दौर की वार्तालाप बेनतीजा रहने पर लिया था यह निर्णय जीटी रोड पर पक्का मोर्चा का भी निर्णय लिया ।
इधर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि एमएसपी पर पहला आंदोलन था । 2 दिन से किसानों के साथ पीपली में जीटी रोड पर डेरा डाले भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर यह पहला आंदोलन था । अब सरकार किसानों की मांगे मान गई हैं । इसके बाद विरोध समाप्त कर दिया गया । उन्होंने यह भी कहा कि देशभर में एमएसपी के लिए वे लड़ते रहेंगे ।